जबलपुर के भेड़ाघाट में सेल्फी के चक्कर में उजड़ा परिवार, मातम में बदलीं सालगिरह की खुशियां
जबलपुर: शादी की सालगिरह को खुशियों के साथ मनाने के लिए भेड़ाघाट घूमने आए आशीष को यह नहीं पता था कि कैसे उनका ये खास दिन एक दुखद याद बन कर रह जाएगा. जिस दिन उनकी शादी हुई थी, उस दिन ही उनका पार्टनर उनको हमेशा के लिए छोड़ कर चला जाएगा. पीछे रह जाएंगी उनके पार्टनर की यादें. आशीष और उनकी नन्ही बेटी ने उस मंजर को कभी भूल नहीं सकते हैं.
जयप्रकाश नगर निवासी शैलेन्द्र तिवारी ने बताया, "13-दिसंबर को उसकी भतीजी स्वाति और दामाद आशीष गर्ग की शादी की सालगिरह थी. दोनों घूमने के लिए न्यू भेड़ाघाट आये थे. न्यू भेड़ाघाट में सेल्फी लेते समय भतीजी स्वाति का पैर फिसल गया और वह नर्मदा नदी के तेज बहाव में गिर गई."
शादी की सालगिरह मनाने गए थे पति-पत्नी
परिजनों से मिली जानकारी के अनुसार, "विजय नगर निवासी आशीष गर्ग ओएफके फैक्ट्री में जूनियर वर्क्स मैनेजर के पद पर कार्यरत हैं. शनिवार को आशीष और स्वाति की शादी की सालगिरह थी. जिस कारण आशीष फैक्ट्री से लौटने के बाद परिवार के साथ पहले त्रिपुरी माता मंदिर दर्शन करने गए. इसके बाद वे परिवार के न्यू भेड़ाघाट पहुंचे थे." परिवार खुशियों के साथ सालगिरह मना रहा था. तभी स्वाति मोबाइल से सेल्फी लेने के दौरान ना जाने कैसे घाट के बहुत किनारे पहुंच गई और अचानक उनका पैर फिसल गया जिस कारण वह नर्मदा नदी में गिर गईं.
तेज बहाव में बही महिला, मची अफरा-तफरी
यह घटना अचानक हुई जिस कारण परिवार को कुछ समझने का मौका नहीं मिल पाया. नर्मदा नदी का बहाव में स्वाति बहती हुई चली गई. वहीं दुर्घटना होने के बाद ही वहां चीख पुकार मच गई. आवाज सुनते ही आसपास मौजूद गोताखोरों ने तुरंत नदी में छलांग लगाई, लेकिन नर्मदा के तेज बहाव के कारण उस दिन स्वाति का कुछ पता नहीं चल सका. घटनास्थल पर मौजूद पर्यटकों की भीड़ में भी अफरा-तफरी मच गई. शनिवार शाम तक जब स्वाति का कोई पता नहीं चला, तो पति आशीष ने तिलवारा थाना पहुंचकर गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई. पुलिस और गोताखोरों की टीम ने देर रात तक तलाश की, लेकिन अंधेरा, कोहरे और तेज बहाव के कारण शनिवार रात तक स्वाति का पता नहीं चल सका.
रविवार की शाम को मिला शव
अगले दिन रविवार को एक बार फिर सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया. धीरे धीरे रविवार भी बीत रहा था पर शाम के समय घटनास्थल से करीब 2 किलोमीटर दूर स्वर्गद्वारी क्षेत्र में स्वाति का शव गोताखोरों द्वारा बरामद कर लिया गया. पुलिस द्वारा शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया, बाद परिजनों को सौंप दिया गया. इस हादसे के बाद भेड़ाघाट पर सुरक्षा व्यवस्था और चेतावनी संकेतों को लेकर एक बार फिर सवाल खड़े हो गए हैं.
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